अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व में लगी आग, भारतीय वायुसेना के ​हेलीकॉप्टर की ली जा रही है मदद

अलवर (राजस्थान), 28 मार्च – राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिज़र्व (Sariska Tiger Reserve Fire) में लगी आग को नियंत्रण में पाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। यह प्रयास किया जा रहा है कि आग इतनी न फ़ैल जाए कि इससे रिज़र्व के जानवरों को नुकसान पहुंच जाए। इसी संदर्भ में सरिस्का टाइगर रिजर्व में लगी आग (Sariska Tiger Reserve Fire) को नियंत्रण में पाने के लिए भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के ​हेलीकॉप्टर की मदद से काबू पाने की कोशिश की जा रही है।

इस बारे में (Sariska Tiger Reserve Fire) बात करते हुए अलवर की एडीएम सुनीता पंकज ने कहा कि भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) से दो चॉपर मंगवाए गए हैं। जहां सबसे ज्यादा आग फैली है या फिर जहां पर वन्यजीवों को ज्यादा खतरा है और आग ग्रामीण क्षेत्र में न बढ़े इसके लिए पहले उन जगहों पर पानी डाला जा रहा है। आग का क्षेत्र काफी विस्तृत हो गया है।

ज्ञात हो कि सरिस्का टाइगर रिजर्व (Sariska Tiger Reserve)भारत में सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह राजस्थान के राज्य के अलवर जिले में स्थित है। इस क्षेत्र 1955 में वन्य जीव आरक्षित भूमि घोषित किया गया था। 1978 में बाघ परियोजना योजना रिजर्व का दर्जा दिया गया। सरिस्का टाइगर रिजर्व वर्तमान क्षेत्र 866 वर्ग किमी में फैला है। सरिस्का टाइगर रिजर्व जयपुर से 107 किमी और दिल्ली से 200 किमी दूरी पर है। सरिस्का बाघ अभयारण्य में बाघ, चिता, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, कैरकल, धारीदार बिज्जू, सियार स्वर्ण, चीतल, साभर, नीलगाय, चिंकारा, चार सींग शामिल ‘मृग’ जंगली सुअर, खरगोश, लंगूर और पक्षी प्रजातियों और सरीसृप के बहुत सारे वन्य जीव मिलते है।

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