शहर में एक तरफ जहां राज्य की रूलिंग पार्टी लगातार निकालती है बड़ी बड़ी रैलियां, वहीं दूसरी तरफ पुलिस दूसरी पार्टी को तिरंगा रैली की भी अनुमति नहीं देती है

सूरत, 22 मार्च : शहर में चुनावी माहौल की सरगर्मी देखने को मिल रही है। पंजाब में भारी जीत के बाद आम आदमी पार्टी को सूरत में तिरंगा रैली निकालने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगाना पड़ रहा है। रैली के लिए लिंबायत इलाके में पुलिस द्वारा तीन बार आम आदमी पार्टी को अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि पुलिस ने चौथी बार रैली की परमिशन दे दी थी। लेकिन जब रैली सुबह 9 बजे निकालनी है तो पुलिस ने रात एक बजे तिरंगा रैली की परमिशन दी थी। वहीं दूसरी तरफ पूर्व में ऐसा कई बार देखने को मिला है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा कोरोना गाइडलाइन जारी होने के बावजूद कई रैली पूर्व में निकाली गई है। इसपर आम लोगों द्वारा भी आपत्ति जताई गई थी।

कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक आम लोगों पर भीड़ करने को लेकर पुलिस द्वारा कारवाई की जा रही थी। लेकिन भाजपा द्वारा किए जा रहे रैली पर कोई भी एक्शन प्रशासन द्वारा नहीं लिया गया था। प्रशासन की इस रवैये के प्रति आम आदमी पार्टी के समर्थको में भी नाराजगी है। दरअसल बात एसी है कि आम आदमी पार्टी ने जिस तरह से कोर्पोरेशन के चुनाव में वराछा, पूणा और कतारगाम क्षेत्र में जीत दर्ज की थी। इसी तरह पार्टी को विधानसभा चुनावो में भी विजय की उम्मीद है। इस बीच पंजाब के परिणाम से उनकी उम्मीद और बढ गई है। पार्टी चाहती है कि तिरंगा रेली के माध्यम से वह लोगों तक पहुंचे। दूसरी ओर भाजपा आम आदमी पार्टी को सूरत में आगे बढने से रोकना चाहती है। इसी सिलसिले में बीते दिनो आप पार्टी के पांच कोर्पोरेटर भाजपा से जुड़े। हालाकि उनमे से एक फिर से आप में लौट आई। आप पार्टी इसके बावजूद अपना दम दिखाने में जुटी है।

आप पार्टी का आरोप है कि भाजपा के नेता जब चाहे तब रैली निकालते हैं, बड़ी संख्या में लोगो को एकत्रित करते है, सभा का आयोजन कर रहे हैं तब कोई नियम-कानून आड़े नहीं आता, लेकिन बीते तीन बार से आम आदमी पार्टी को तिरंगा रेली निकालने की अनुमति देने मे विघ्न डाल रहे हैं। पार्टी के आर.सानेपरा ने कहा कि भाजपा हमसे ड़र रही है। बीते दिनो कोर्पोरेशन में जिस तरह से सूरत के लोगो ने आप पार्टी के प्रत्याशियों को पसंद किया और जीताया तथा पंजाब में आप पार्टी की जीत से भाजपा में चिंता है। इसलिए वह हमें रोकना चाह रहे है। तीन बार हमने तिरंगा यात्रा के लिए परमीशन मांगी लेकिन किसी न किसी कारण से इन्कार कर दिया, चौथी बार परमीशन दी तब भी रात के एक बजे रैली निकालने की परमीशन दी। यह बड़ा ही हास्यास्पद है।

बता दें कि आम आदमी पार्टी द्वारा सबसे पहले 10 मार्च 2022 को पंजाब में पार्टी की जीत के बाद खुशी में विजय रैली निकालने की परमिशन मांगी थी जिसके लिए मना कर दिया था। दूसरी बार 14 मार्च को लिंबायत, डिंडोली और गोड़ादरा इलाके में तिरंगा यात्रा निकलवाने के लिए भी परमिशन मांगी थी लेकिन पुलिस ने ट्रैफिक का बहाना बनाकर अनुमति नहीं दी। तीसरी बार 20 मार्च को लिंबायत इलाके में तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर पुलिस ने 9 बजे तक कोई अनुमति नहीं दी थी वहां 35 से 40 कार्यकर्ता मौजूद और परमिशन ना देने को लेकर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया था और रात 12:30 बजे उन्हें परमिशन दी गई थी लेकिन अगले ही दिन सुबह 9 बजे रैली निकालनी थी।

वहीं 17 फरवरी 2021 को गुजरात भाजपा प्रेसिडेंट सीआर पाटिल की रैली पाटीदारों के गढ़ में निकाली गई थी। इस रैली में 200 कार, 300 बाइक जुड़े थे और वार्ड नंबर 3, 4, 5, 14, 15, 16, 17 और 18 में इसे घुमाया गया था।

18 अगस्त 2021 को रेल राज्य मंत्री बनकर लौटी लगातार तीन बार सूरत महिला सांसद बनने वाली दर्शना जरदोष ने जन आशीर्वाद यात्रा के रूप में राज्य में 4 दिवसीय रोड शो 15 अगस्त से शुरू किया था। जन आशीर्वाद यात्रा लेकर दर्शना जरदोष मंगलवार शाम 5 बजे कामरेज से शहर में प्रवेश किया था। मेयर हेमाली बोघावाला, स्थानिक विधायक वीडी झालावाडिया, जिला भाजपा प्रमुख संदीप देसाई समेत स्थानिक प्रमुख लोगोने दर्शना जरदोश का स्वागत किया। जन आशीर्वाद यात्रा के रूप में आयोजित रॉड शो में दर्शना जरदोष ने यह भी साबिक कर दिखाया कि अब उनका कद बढ़ चुका है। हालांकि शहर में यात्र प्रवेश करने से लेकर 13 ठिकानों पर जाने के दौरान सीआर पाटिल मौजूद नही रहे।

इसके अलावा 10 अक्टूबर 2021 को गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी द्वारा जन आशीर्वाद यात्रा सूरत शहर में निकाली गई थी। जिसमें हजारों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए थे। हालांकि इस रैली को लेकर आम लोगों में रोष का माहौल था क्योंकि कोरोनावायरस की धज्जियां उड़ाने वाली इस रैली को लेकर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी

अनुमति मिलने के बारे में पूछने पर भाजपा शहर प्रमुख निरंजन झांझमेरा ने बताया कि हमें कोई भी रैली करनी होती है तो उसके लिए अनुमति जरूर लेते हैं। लेकिन अगर किसको परमिशन नहीं मिल रही है तो इस बारे में मैं कुछ बता नहीं सकता।

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