Himachal Pradesh Earthquake: हिमाचल में हिली धरती, कुल्लू में आया 3.0 तीव्रता का भूकंप


नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया कि शुक्रवार सुबह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में 3.0 तीव्रता का भूकंप आया।NCS ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर घोषणा की कि भूकंप का केंद्र अक्षांश 31.48 N और देशांतर 77.53 E पर था, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।X पर एक पोस्ट में, NCS ने बताया, "3.0 तीव्रता का भूकंप 14/06/2024 को 03:39:51 IST पर, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में अक्षांश 31.48 N, देशांतर 77.53 E, गहराई 10 किमी पर स्थित था।"<br /> <br /> हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में शुक्रवार दोपहर 3.39 बजे रिक्टर पैमाने पर 3.0 तीव्रता का भूकंप आया। यह जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी। इस भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. हालांकि, भूकंप के बाद लोग जरूर डर गए और अपने घरों से बाहर निकल आए।इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में भी चंबा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. तब इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.3 मापी गई थी. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने कहा कि 4 अप्रैल को सुबह 9:34 मिनट और 32 सेकंड पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर मापी गई. <h3> <strong>संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ</strong></h3> चंबा के आसपास के इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. ऐसे में लोगों के बीच भगदड़ मच गई. फिर भी जानमाल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली. <h3> <strong>भूकंप क्यों आते हैं?</strong></h3> आपको बता दें कि धरती की सतह के नीचे या धरती के अंदर हमेशा उथल-पुथल होती रहती है। धरती के अंदर मौजूद प्लेटें लगातार टकरा रही हैं या एक-दूसरे से दूर जा रही हैं। जिसके कारण हर साल भूकंप आते हैं। भूकंप को समझने से पहले हमें धरती के नीचे मौजूद प्लेटों की संरचना को समझना होगा। पृथ्वी पर 12 टेक्टोनिक प्लेटें हैं। जब ये प्लेटें टकराती हैं तो जो ऊर्जा निकलती है उसे भूकंप कहते हैं।गौरतलब है कि भूकंप की दृष्टि से भारत को पांच भूकंपीय क्षेत्रों में बांटा गया है। भूकंपीय जोन-5 के इलाकों को भूकंप से सबसे ज्यादा खतरा है. हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से भूकंपीय क्षेत्र 4 और 5 में आते हैं।