कहा जाता है कि जोड़ियां ऊपर से बनती हैं लेकिन जब दिल को दिल से राह होती है तो दो दिल अपने आप ही एक हो जाते हैं। कुछ ऐसी ही दास्तान बयां करती है मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की लव स्टोरी। क्या आप जानते हैं मुकेश अंबानी और नीता अंबानी ने भी लव मैरिज की थी। इतना ही नहीं शादी के लिए नीता से हां करवाने के लिए उन्होंने चलती गाड़ी रोककर जाम तक लगा दिया था। कुछ ऐसे ही खट्टी-मिठ्ठी यादों से जुड़ी है मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की लव स्टोरी।
कहा जाता है कि जोड़ियां ऊपर आसमान में बनाई जाती हैं। नीता अंबानी और मुकेश अंबानी की शादी भी इसी का एक दिलचस्प उदाहरण है। बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि इस शादी में मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाला कोई दूसरा नहीं बल्कि मुकेश अंबानी के पिता और रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक धीरूभाई अंबानी खुद थे।
शो देखते हुए ही धीरूभाई ने मान लिया था उन्हें अपनी बहू
नीता के पिता बिड़ला ग्रुप में कार्य करते थे। उन्हीं दिनों बिडला परिवार के निजी आवास बिरला मातोश्री में एक प्रोग्राम था, जहां 20-वर्षीय नीता ने भी भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी थी। नीता के शो के दौरान धीरूभाई अंबानी उनके भावप्रवण अभिनय में खो गए। जल्दी ही उन्होंने महसूस किया कि इस युवा लड़की में खूबसूरती के साथ-साथ भारतीय संस्कार भी हैं। उन्होंने उसी समय उस लड़की को अपने बेटे मुकेश के जीवनसाथी के रूप में चुन लिया। शो खत्म होने के बाद धीरूभाई ने शो के आयोजकों से उनका डिटेल्स पूछी और फोन नंबर लिया।
धीरूभाई को नीता ने कहा, मैं एलिजाबेथ टेलर बोल रही हूं
घर पहुंचने पर धीरूभाई ने नीता के घर फोन किया और उन्हें अपनी पहचान बताते हुए बात करनी चाही। इस पर नीता ने समझा कि कोई मजाक कर रहा है और फोन काट दिया। दुबारा फोन आने पर नीता ने कहा कि अगर आप धीरूभाई है तो मैं भी एलिजाबेथ टेलर हूं और फिर फोन काट दिया। कुछ ही देर में तीसरी बार फोन आया और इस बार नीता के पिता ने फोन उठाया। उन्होंने धीरूभाई अंबानी की आवाज पहचान ली और नीता को फोन सुनने के लिए कहा।
फोन पर ही धीरूभाई ने नीता को अपने ऑफिस आने का आग्रह किया। ऑफिस पहुंचने पर उनकी पर्सनल रूचियां, पढ़ाई तथा अन्य बातों के बारे में पूछा और सीधे साफ शब्दों में कहा कि वो नीता को अपनी बहू बनाना चाहते हैं। उन्होंने नीता को घर आने का भी न्यौता दिया।
ट्रेफिक सिग्नल पर मुकेश ने किया था नीता को प्रपोज
धीरूभाई के आग्रह पर जब नीता उनके घर पहुंची तो दरवाजा खोलने के लिए मुकेश अंबानी ही आए थे। वहीं दोनों में आपसी जान-पहचान हुई, दोनों ने एक-दूसरे के साथ समय बिताने की ख्वाहिश जाहिर की। कुछ समय बाद जब मुकेश तथा नीता कार में पेडेर रोड़ पर जा रहे थे तो रास्ते में ट्रेफिक सिग्नल पर ही मुकेश ने नीता को शादी के लिए प्रपोज कर दिया, जिसे नीता ने स्वीकार कर लिया।
हालांकि मुकेश के प्रपोजल को स्वीकार करने के पहले नीता ने भी एक शर्त रख दी थी, वह थी शादी के बाद भी उन्हें काम करने से नहीं रोक जाएगा। शादी के पहले से ही नीता को बच्चों को पढ़ाने का शौक था। नीता ने शादी के बाद भी बच्चों को पढ़ाने की मांग मुकेश अंबानी से सामने रखी। इस बात पर मुकेश राजी हो गए और उन्हें पढ़ाने की परमिशन दी। बाद में नीता ने अपनी इसी रूचि के चलते धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल खोला जो आज एशिया को टॉप 10 स्कूल्स में एक माना जाता है।