द्रौपदी मुर्मू ने कहा, आजादी के त्योहार में शामिल होने वाले सभी देशवासी हमारा परिवार, जानिए पूरा मामला

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा, आजादी के त्योहार में शामिल होने वाले सभी देशवासी हमारा परिवार हैं। आजादी का यह पर्व हमें उन दिनों की याद दिलाता है, जब देश के लिए कई लोगों ने बलिदान दिया। हमारे स्वाधीनता सैनानियों ने हमें नई अभिव्यक्ति प्रदान की। सरदार पटेल, बोस, भगत सिंह, बाबा साहेब अंबेडकर जैसे कई अन्य लोग थे, जिनके बलिदान की सराहना होती रही है। सभी देशवासी उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं। लहराते तिरंगे को देखना हमारे हृदय को उत्साह से भर देता है। ये महान देश का हिस्सा होने की खुशी को व्यक्त करता है। आज 14 अगस्त को देश विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है। लाखों लोगों को पलायन करना पड़ा और कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। हम उन परिवारों के साथ खड़े होते हैं, जिन्होंने अपने खो दिए। इस साल हमारे देश में आम चुनाव हुए। 90 करोड़ लोगों ने वोट डाला। मैं उन चुनावकर्मियों का आभार व्यक्त करती हूं, जिन्होंने मतदान के लिए भारी गर्मी में काम किया। भारत 8 प्रतिशत विकास दर से आगे बढ़ने वाला देश है। पीएम गरीब अन्न कल्याण योजना से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया जा रहा है। ये इस बात को बताता है कि हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि गरीबी से निकले लोग फिर से गरीबी में न जाएं। हाल के वर्षों में इन्फ्रास्ट्रक्चर को काफी बढ़ावा मिला है। 

उन्होंने आगे कहा, सरकार ने सेमी कंडक्टर जैसी चीजों को बढ़ावा देने के लिए कई काम किए हैं। बैंकिंग क्षेत्र में काफी तरक्की हुई है। तेज गति से हो रही प्रगति के चलते भारत का कद ऊंचा हुआ है। G-20 के सफल आयोजन के बाद ग्लोबल साउथ की अवधारणा और मुखर हुई है। हमें बीआर अंबेडकर की ये बात याद रखनी चाहिए। हमें राजनीतिक लोकतंत्र को सामाजिक लोकतंत्र में बदलना चाहिए। मैं दृढ़ता के साथ मानती हूं कि कलह को बढ़ावा देने वाली प्रवृत्ति को खारिज करना होगा। सरकार ने सभी वर्गों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। नारी शक्ति अधिनियम महिलाओं के सशक्तीकरण को दिखाता है। मैं आप सबसे अनुरोध करती हूं कि अपने जीवन में छोटे बदलाव करें और जलवायु परिवर्तन को रोकने में अपना योगदान दें। हमने औपनिवेशिक युग के कई कानूनों को हटा दिया है। हमारी न्याय प्रणाली का मकसद केवल दंड देना नहीं है। मैं इसे हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि के रूप में देखती हूं। हाल के सालों में हमने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। हम सब गगनयान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाया जाएगा। हाल ही में संपन्न पेरिस ओलिंपिक में भारतीय दल ने उत्कृष्ट प्रयास किया। भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप जीता। शतरंज में कई खिलाड़ियों ने देश को गौरव दिलाया। बैडमिंटन समेत कई खेलों में खिलाड़ी प्रेरणा दे रहे हैं।

आपको बता दें, द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति हैं। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। 64 साल की मुर्मू ने साल 2022 देश में सबसे कम उम्र में राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड भी बनाया।