। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के दौरे पर बिष्णुपुर और पुरुलिया में जनसभाएं कीं। पुरुलिया में पीएम ने पहले रोड शो किया था। बिष्णुपुर में पीएम ने कहा कि TMC हो, कांग्रेस या लेफ्ट हो, ये तीनों पार्टियां अलग-अलग दिखती हैं, लेकिन उनके पाप एक जैसे ही हैं। इसलिए इन्होंने मिलकर INDI गठबंधन बनाया है। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि इन्होंने (TMC, कांग्रेस और लेफ्ट) गरीब, मजदूर, SC-ST, महिला को हमेशा नारे दिए। जहां भी इन्होंने सरकार चलाई, उन राज्यों को गरीब बनाकर छोड़ दिया। पश्चिम बंगाल इसका ताजा उदाहरण है। कभी दूसरे राज्यों के लोग रोजगार के लिए बंगाल आते थे, आज बांकुरा से पूरे बंगाल से काम के लिए पलायन कर रहे हैं। TMC, कांग्रेस और लेफ्ट का मॉडल विकास पर आधारित नहीं है। वे कुशासन, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और वंशवादी राजनीति (परिवारवाद) के मॉडल पर काम करते हैं। मैं अब कह रहा हूं कि भ्रष्टाचारियों को जेल से बाहर नहीं रहने दूंगा। मोदी आपको एक और गारंटी दे रहा है। 4 जून के बाद जब हम नई सरकार बनाएंगे, भ्रष्ट लोगों को अपना पूरा जीवन जेल में बिताना होगा।
मोदी ने कहा, टीएमसी, कांग्रेस या लेफ्ट तीनों अलग-अलग दिखती हैं, लेकिन उनके पाप एक जैसे, जानिए पूरा मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, TMC ये कहकर राजनीति में आई थी कि मां, माटी, मानुष की रक्षा करेगी। आज TMC मां, माटी और मानुष का ही भक्षण कर रही है। बंगाल की महिलाओं का भरोसा TMC से टूट गया है। संदेशखाली में जो पाप हुआ है, उसने पूरे बंगाल की बहनों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। शाहजहां शेख को बचाने के लिए टीएमसी संदेशखाली की बहनों के चरित्र पर सवाल उठा रही है। जिस तरह की भाषा TMC के लोग महिलाओं के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। बंगाल की बेटियां अपने वोट से टीएमसी को तबाह करके जवाब देंगी। TMC ने पैसे कमाने की भूख में आपके (जनता) बच्चों को भी नहीं छोड़ा है। शिक्षक भर्ती घोटाले ने युवाओं के साथ ही आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी दांव पर लगा दिया है। गरीब मां-बाप ने घर-जमीन बेचकर, कर्ज लेकर TMC के मंत्रियों को घूस दी। आज वे सभी नौजवान सड़कों पर हैं। आखिर इनका क्या कसूर था? मोदी को अपने लिए कुछ नहीं करना है। न मुझे अपने किसी भतीजे के लिए कुछ करना है और न ही मुझे किसी भाई के लिए कुछ छोड़ना है। मुझे बांकुरा के जंगलों में रहने वाले लोगों के लिए काम करना है। टीएमसी कांप रही है क्योंकि उसे लगता है कि अब उसका समय खत्म हो गया है। अपनी हताशा में TMC नेताओं ने इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ जैसे प्रतिष्ठित संगठनों को गालियां देना शुरू कर दिया है।