छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बावजूद वहां के लोग नक्सलियों के नापाक इरादों का शिकार हो जाते हैं. दरअसल, बीजापुर के भैरमगढ़ के बोदगा गांव के दो मासूम बच्चे नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED में फंस गए और ब्लास्ट में दोनों की मौत हो गई. इसकी जानकारी खुद बीजापुर पुलिस ने दी है. राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन बच्चों की मौत पर शोक जताया है क्योंकि ये बच्चे इन नक्सलियों की साजिश का शिकार हुए हैं.
नक्सलियों के IED की चपेट में आए 2 बच्चों की मौत, CM साय की चेतावनी- उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी
सीएम साय की चेतावनी
सीएम विष्णुदेव साय ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर पोस्ट कर इन बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त किया है. सीएम साय ने पोस्ट में लिखा कि बीजापुर में 2 बच्चे नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED का शिकार हो गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. उन्होंने कहा कि वह इस खबर से बहुत दुखी हैं। भगवान इन बच्चों की आत्मा को शांति दे और उनके परिवारों को यह दर्द सहने की शक्ति दे. मेरी सहानुभूति उनके साथ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नक्सलवाद की काली छाया ने हमारे बच्चों को निगल लिया है. इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इस घटना की जितनी निंदा की जाये कम है. इन बच्चों की मौत की कीमत नक्सलियों को जरूर चुकानी पड़ेगी.
बच्चे कमल के पत्ते तोड़ने गये
नक्सली आईईडी के शिकार दोनों बच्चों की पहचान हो गई है. इनमें से एक बच्चे का नाम लक्ष्मण ओयम है, जो 13 साल का है। दूसरे बच्चे का नाम बोटी ओयम है, जो 11 साल का है। जानकारी के मुताबिक, ये दोनों बच्चे तेंदुए के पत्ते तोड़ने के लिए जंगल में गए थे. इसी दौरान बच्चे IED की चपेट में आ गए और ब्लास्ट का शिकार हो गए. इस बीच दोनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी.