केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड वाले इलाकों में जमीन के नीचे से आई रहस्यमयी तेज आवाज से लोग दहशत में है। अधिकारियों ने कहा कि अंबालावायल गांव और व्यथिरी तालुका में सुबह जमीन के नीचे तेज आवाज सुनाई दी। वायनाड के डीएम डीआर मेघश्री ने बताया कि घटना के बाद से इलाके के लोग डरे हुए हैं। सभी को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने कहा कि रिक्टर स्केल में भूकंप के संकेत नहीं मिले हैं। आवाज किस कारण से आई है, इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल इलाके के स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। वहीं, वायनाड लैंडस्लाइड पर केरल हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया है। जस्टिस जयशंकरन नांबियार और जस्टिस वीएम श्यामकुमार की बेंच ने आज इस पर सुनवाई की। आपको बता दें, वायनाड में 30 जुलाई को हुई लैंडस्लाइड में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अब भी 138 से ज्यादा लोग लापता हैं। 10 दिन से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी के जवानों ने मलबे में दबे कई लोगों को जिंदा बाहर निकाला। आज 10वें दिन भी रेस्क्यू जारी है।
वायनाड में जमीन के नीचे से आई रहस्यमयी आवाज, लोगों में दहशत, जानिए पूरा मामला
कोर्ट ने कहा, यदि पर्यावरण ऑडिट किया गया है तो हमें इसकी रिपोर्ट चाहिए। समस्या यह है कि हमारे पास कई कानून हैं, लेकिन जमीन पर नजर नहीं आते। हम इस मामले पर हर शुक्रवार को सुनवाई करेंगे। अगली सुनवाई 16 अगस्त को होगी। साथ ही, केरल हाईकोर्ट ने बीते दिन महाधिवक्ता को तलब किया और उन्हें कानून सहित मामलों पर विचार करने कहा। साथ ही कहा कि सरकार को सोचना चाहिए कि अवैध खनन और बाढ़ जैसी चीजों को रोकने के लिए कानूनी तौर पर क्या किया जा सकता है। बेंच ने कहा कि केरल के कुछ क्षेत्र ईको सेंसेटिव जोन हैं। इस पर फिर से सोचने की जरूरत है कि क्या यहां सस्टेनेबल डेवलपमेंट संभव है। यदि जरूरी हो तो इन मामलों में मौजूदा नियमों और विनियमों को निरस्त किया जाना चाहिए।