कोलकाता के ट्रेनी डॉक्टर रेप और मर्डर केस में नया खुलासा हुआ है। ऑल इंडिया गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के एडिशनल सेक्रेटरी डॉ. सुवर्ण गोस्वामी ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से कहा कि ये रेप नहीं, गैंगरेप हो सकता है। उन्होंने बताया कि ट्रेनी डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट से 151mg सीमन मिला है। इतनी ज्यादा मात्रा किसी एक शख्स की नहीं हो सकती है। इस बात की पूरी संभावना है कि रेप केस में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना के 5 दिन बाद बयान दिया है। उन्होंने कहा- पीड़िता को न्याय दिलाने की जगह आरोपियों को बचाने की कोशिश हो रही है। ये चीज अस्पताल और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करती है। दोषियों को ऐसी सजा मिले, जो समाज में ऐसी घटना रोकने के लिए मिसाल बने।
कोलकाता रेप एवं मर्डर केस, लड़की से गैंगरेप का दावा, राहुल ने कहा, आरोपियों को बचाने की हो रही कोशिश, जानिए पूरा मामला
तो वहीं, मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन सबूतों से छेड़छाड़ कर रहा है। उन्होंने वीडियो शेयर कर कहा, सेमिनार हॉल से 20 मीटर की दूरी पर चेस्ट डिपार्टमेंट के ऑफिस में तोड़फोड़ हो रही है। पुलिस के सामने रेनोवेशन के नाम पर सबूतों से छेड़छाड़ हो रही है। 9 अगस्त को RG कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर की अर्धनग्न बॉडी मिली थी। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप के बाद मर्डर की बात कही गई है। मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। 9 अगस्त की सुबह ट्रेनी डॉक्टर का शव मिलने के बाद प्रशासन ने पीड़ित परिवार से झूठ बोला था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हॉस्पिटल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ने सबसे पहले ट्रेनी डॉक्टर के परिवार से बात की थी। उन्होंने कहा था- आपकी बेटी ने सुसाइड किया है। इसके बाद ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता तुरंत अस्पताल पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने 3 घंटे तक उन्हें इंतजार कराया। परिवार के बहुत जिद करने के बाद प्रशासन ने उन्हें ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी देखने दी।