World Laughter Day 2020 ! जानिए इतिहास ! कियु मनाया जाता हे हास्य दिवस ! HINDI !

विश्व हास्य दिवस 2020: हसना दुनिया को हस्ते हस्ते  सकारात्मक तरीके से बदल सकती है। यह कहा जाता है कि हास्य एक सार्वभौमिक भाषा है जिसमें पूरी कायनात को एकजुट करने की क्षमता है। इस वर्ष उत्सव COVID-19 के कारण इस साल इसे ऑनलाइन सेलेब्रित किया जायेगा ! लाफ्टर डे सेलिब्रेट करने का एक ही मकसद हे मिशन स्वास्थ्य, खुशी और विश्व शांति है।

World Laughter Day 2020: Date, History and Health Benefits

हम जानते हैं कि जब हम हंसते हैं तो सरे गम दूर हो जाते हे और अच्छा महसूस करते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को पता होता हे कि हंसना भी एक अच्छी EXERSISE हे और हमारे संतुलन को ाचा बनता हे । इसमें कोई रंजिश नहीं की हंसना कुछ तनाव और दर्द को दूर करने का एक आसान तरीका है।

 

जानिए कियु मनाया जाता हे विश्व हसी दिवस ! इतिहास !

सबसे पहले इस की सुरवात 1998 में विश्व हास्य दिवस विश्वव्यापी हास्य योग आंदोलन के संस्थापक डॉ मदन कटारिया द्वारा बनाया गया था। 80 से अधिक देशों में, विश्व हँसी दिवस मई के पहले रविवार को दुनिया भर में सेलेब्रेट किया जाता है। इस साल यह 3 मई को मनाया जायेगा ।

CROWD LAUGHING l SOUND EFFECT - YouTube

डॉ मदन ने 1995 में ही लाफ्टर योग आंदोलन की शुरुआत की हसने से चेहरे की प्रतिक्रिया परिकल्पना यह बताती है कि किसी व्यक्ति के चेहरे के भाव उनकी भावनाओं पर प्रभाव डाल सकते हैं जैसे आप हेट हो । यह हंसी के माध्यम से भाईचारे प्यार और दोस्ती की वैश्विक चेतना का निर्माण करता है।

ये रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हे !

क्या आप जानते हैं कि “HAPPY-DEMIC” भारत के बाहर पहला वर्ल्ड लाफ्टर डे का आयोजन किया गया था यह 2000 की साल में में डेनमार्क के कोपेनहेगन के टाउन हॉल स्क्वायर में हुआ था , 10,000 से अधिक लोग जमा हुए थे जो बहुत बड़ी सभा थी लोग एक साथ जमा होकर हँसे और इस तरह बंध गए कि घटना गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में चली गई।

विश्व हंसी दिवस कैसे मनाया जाता है?

लोग लाफ्टर क्लब जैसी जगह जमा होते हे और और एक साथ हसने का आयोजन करते हे । आप कई कॉमेडी चित्र देख सकते हैं या मनोरंजन वाली मोवी या शो देख सकते हे के लिए प्रसिद्ध कॉमेडियन सुन सकते हैं। । कुछ लोग सोशल मीडिया जैसे फेसबुक व्हॉट्सएप्प पर पर हैशटैग वर्ल्ड लाफ्टर डे पर मजेदार चुटकुले शेयर करते हैं।

भारत में, लोग हंसी के दिन तख्तियों के साथ सन्ति रैली निकालते हैं। हंसी के संक्रामक प्रभावों को फैलाने के लिए “हो, हो, है है ” जैसी ध्वनियों के उत्पादन में कुछ लिप्त हैं। कई मनोरंजन कार्यक्रम जैसे डांस और हँसी की कंप्यूटिशन पेश की जाती हैं। लेकिन ये साल कोरोना होने के वजहसे घर पर ऑनलाइन ही सेलेब्रेट करे !