यूक्रेनी वेबसाइट कीव इंडिपेंडेंट के मुताबिक यूक्रनी सेना के जनरल स्टाफ ने बताया कि 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमले के बाद से 6,03,010 रूसी सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं। जनरल स्टाफ ने टेलीग्राम पर कहा कि यूक्रेन ने पिछले ढाई साल में रूस के 8,522 टैंक्स, 16,542 बख्तरबंद गाड़ियां, 17,216 आर्टिलेरी सिस्टम, 1,166 रॉकेट सिस्टम, 928 एयर डिफेंस सिस्टम, 367 हवाईजहाज, 328 हेलिकॉप्टर, 13,902 ड्रोन्स, 28 जहाज और 1 सबमरीन बर्बाद हो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि मंगलवार को रूस के 1,210 सैनिकों मारे गए। वहीं, रूसी सेना ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि मंगलवार को यूक्रेन के 2,000 से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं।
यूक्रेनी वेबसाइट का दावा, जंग में 6 लाख रूसी सैनिकों की मौत, 8 हजार टैंक्स भी बर्बाद हुए, जानिए पूरा मामला
तो वहीं, कुर्स्क में हमले से नाराज रूसी सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी हेड दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत के सारे रास्ते बंद हो चुके हैं। मेदवेदव पुतिन से पहले रूस के राष्ट्रपति थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि जब तक यूक्रेन की पूरी हार नहीं हो जाती तब तक बातचीत का कोई मतलब नहीं है। दरअसल पिछले ढाई साल से रूसी आक्रमण को झेल रही यूक्रेनी सेना ने अब जाकर पलटवार शुरू किया है। 6 अगस्त को यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क इलाके पर हमला किया था। राष्ट्रपति जेलेंस्की के मुताबिक बीते 15 दिनों में यूक्रेनी सेना ने रूस के कुर्स्क में 92 गांवों पर कब्जा कर लिया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया कि यूक्रेनी सैनिकों ने रूस के 1250 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन के आर्मी चीफ अलेक्जेंडर सिरस्की ने कहा कि यूक्रेनी सेना रूस के 35 किमी अंदर तक घुस चुकी है। BBC के मुताबिक यूक्रेन के अचानक हमले के बाद 2 लाख से ज्यादा रूसी नागरिकों को अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है। इस बीच यूक्रेनी सेना ने कुर्स्क में बने तीसरे पुल को भी गिरा दिया है। यूक्रेन के वायु सेना कमांडर मायकोला ओलेशचुक ने इसकी पुष्टि की। ये सभी पुल कुर्स्क के ग्लूसकोवस्की जिले में सीम नदी पर बने थे। अलजजीरा के मुताबिक इन सभी पुलों के टूटने से रूस की सप्लाई लाइन पर असर पड़ेगा। साथ ही, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को कहा था कि वे कुर्स्क इलाके पर हमला कर रहे हैं, ताकि इसे बफर जोन बना सकें। बफर जोन में दो देशों के बीच में खाली जगह होती है। इस जगह पर किसी का कब्जा नहीं होता। एक यूक्रेनी अधिकारी के मुताबिक यूक्रेन ने रूस के 150 से ज्यादा लोगों को बंदी बना लिया है। इसमें से ज्यादातर सैनिक हैं। अधिकारी ने रविवार को रॉयटर्स से कहा था कि रूस ने सीमा पर काफी युवा सैनिक तैनात कर रखे हैं। इनमें से कई लड़ने लायक नहीं है और आसानी से हार मान लेते हैं।