पंजाब में हुआ रेल हादसा, एक गाड़ी दूसरी से टकराई, बोगियां ऊपर चढ़ीं, जानिए पूरा मामला

पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में दो मालगाड़ियां टकरा गईं। इनमें से एक का इंजन पलट गया और बाजू वाले ट्रैक से गुजर रही पैसेंजर ट्रेन से टकराया। हादसे में मालगाड़ी के 2 लोको पायलट घायल हुए हैं, जिन्हें पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल रेफर किया गया। फतेहगढ़ साहिब में हुए इस हादसे की रूपरेखा कुछ वैसी ही है जैसे बीते साल ओडिशा के बालासोर में हुआ था , लेकिन गति धीमी होने के कारण एक बड़ा हादसा होने से टल गया है। जानकारी के अनुसार, डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू सरहिंद स्टेशन पर कोयले से भरी गाड़ी खड़ी थी, जिसे रोपड़ भेजा जाना था। इसी ट्रैक पर पीछे से एक अन्य कोयले से भरी गाड़ी आई, जिसकी टक्कर पहले से खड़ी कोयले की मालगाड़ी के साथ पीछे से हुई। इससे मालगाड़ी का इंजन पलट गया। इसी बीच कोलकाता से जम्मू तवी को जाने वाली स्पेशल समर गाड़ी (04681) अंबाला से लुधियाना की तरफ जाने के लिए निकली। जब यह ट्रेन न्यू सरहिंद स्टेशन के पास पहुंची तो इसकी रफ्तार धीमी थी। इसी दौरान दो मालगाड़ियों की टक्कर हुई। टक्कर लगने के बाद जब इंजन पलटा तो वह पैसेंजर ट्रेन से टकराया।पैसेंजर ट्रेन की रफ्तार धीमी थी तो ड्राइवर ने फौरन गाड़ी रोक ली और बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, गाड़ी को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। वहीं, ट्रैक का बुरा हाल है। हादसे के बाद पैसेंजर ट्रेन को दूसरा इंजन लगाकर राजपुरा भेज दिया गया है। साथ ही ट्रैक सुधारने का काम शुरू किया गया है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी की बोगियां भी एक दूसरे पर चढ़ गईं। हादसे के बाद रेलवे के कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने इंजन से शीशे को तोड़कर अंदर फंसे लोको पायलट निकाले। वहां से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।

तो वहीं, फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल में डॉ. इरविन प्रीत कौर ने बताया है कि रेल हादसे के बाद उनके यहां दो लोको पायलट लाए गए थे। उनकी पहचान विकास कुमार और हिमांशु कुमार निवासी सहारनपुर, उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई है। विकास को हेड इंजरी है और हिमांशु के पीठ में चोट आई है। इन दोनों को फर्स्ट एड देने के बाद पटियाला रेफर किया गया। वहीं, सरहिंद के GRP थाना प्रभारी रतनलाल ने बताया है कि पैसेंजर गाड़ी अंबाला की तरफ आ रही थी। जब वह सरहिंद स्टेशन पर खड़ी थी, तभी यह हादसा हो गया। हादसा कैसे हुआ, यह जांच का विषय है। आपको बता दें, यह हादसा कुछ वैसा ही था, जैसा बीते साल ओडिशा के बालासोर में हुआ था। उस हादसे में रेलवे ट्रैक पर पहले से खड़ी ट्रेन को दूसरी ट्रेन ने आकर टक्कर मारी थी। इस टक्कर के दौरान तीसरी गाड़ी वहां से गुजर रही थी, वह भी हादसे का शिकार हुई। इस रेल हादसे में 293 से ज्यादा लोगों की मौत और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।