रूस और पश्चिमी देशों के बीच कैदियों की हो रही अदला-बदली, 7 देशों के कुल 26 कैदी रिहा, जानिए पूरा मामला

अमेरिक- रूस और पश्चिमी देशों के बीच आज कैदियों की अदला-बदली हुई है। कैदियों की अदला-बदली की इस डील को तुर्किये की राजधानी अंकारा में कराया गया है। डील के तहत अमेरिका, रूस और जर्मनी सहित 7 देशों की जेलों में कैद 26 कैदी रिहा किए गए। इनमें से 2 नाबालिग सहित 10 कैदियों रूस भेजा गया है। वहीं 13 कैदियों को जर्मनी और 3 कैदी अमेरिका भेजे गए है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस डील के लिए पहले ही मंजूरी दे दी थी। पिछले 3 सालों में अमेरिका और रूस की बीच कैदियों की अदला-बदली से जुड़ी ये तीसरी डील है। इससे पहले अप्रैल 2022 और दिसंबर 2022 में दोनों देश के बीच कैदियों की अदला-बदली हुई थी। इसे शीत युद्ध के बाद से अब तक की सबसे बड़ी अदला-बदली माना जा रहा है।

तो वहीं, अमेरिका मीडिया हाउस WALL STREET JOURNAL (WSJ) के पत्रकार इवान गेर्शकोविच को आज रूस ने रिहा कर दिया है। रूस ने पिछले साल मार्च में अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के लिए जासूसी करने के आरोप में इवान को गिरफ्तार किया था। पिछले महीने 19 जुलाई को उन्हें जासूसी के आरोप में दोषी करार दिया गया था। इसके बाद इवान को 16 साल की सजा सुनाई गई थी। इवान को रूस की राजधानी मॉस्को से 1600 किमी दूर पूर्वी शहर येकातेरिनबर्ग से गिरफ्तार किया गया था। इवान के अलावा 2 और अमेरिकी नागरिक रूस से रिहा हुए हैं। इनमें अमेरिका नौसेना में शामिल रहे पॉल व्हेलन और रेडियो जर्नलिस्ट अलसु कुर्माशेवा शामिल हैं। पॉल व्हेलन को रूस ने 2018 में जासूसी करने के लिए मॉस्को के एक होटेल से गिरफ्तार किया था। वहीं रेडियो जर्नलिस्ट अलसु को रूसी सेना के बारे में फेक न्यूज फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

आपको बता दें, अदला बदली में 2 नाबालिगों सहित 10 रूसी कैदियों को रिहा किया गया है। इनमें से कई लोगों का संबंध रूस की इंटेलीजेंस एजेंसी FSB से है। इन्हीं में से एक वादिम क्रासिकोव नाम के रूसी नागरिक भी है, जिसे जर्मनी की राजधानी बर्लिन से अंकारा लाया गया था। वादिम ने 2019 में बर्लिन में रूस के एक दुश्मन को शूट कर दिया था। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा अमेरिका की जेल में बंद में 3 रूसी कैदियों को भी रिहाई के तहत रवाना किया गया है।