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प्रयागराज की वारदात से दहला देश का दिल, एक ही परिवार के 5 लोगो की निर्मम हत्या, जानिए कैसे

मुंबई, 23 अप्रैल,-। देश में आये दिन दिल दहला देने वाली घटनाये होती ही जा रही है। इसी कड़ी में एक और दिल दहला देने वाली वारदात प्रयागराज में हुई है। यह वारदात शहर मुख्यालय से 40 किमी. दूर थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव की है। यहां एक परिवार के 5 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई। मृतकों में पति-पत्नी, उनकी बेटी, गर्भवती बहू और एक 2 साल की पोती है। वहीं अपने मां के पास सो रही 5 साल की बच्ची खटिया के नीचे छिप गई थी। शायद अंधेरा होने की वजह से हत्यारें उसे देख नहीं सके। इसलिए वह बच गई।आशंका है कि हत्यारों ने विकलांग बेटी और गर्भवती बहू के साथ रेप भी किया है। क्योंकि, इन दोनों के शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। सिर्फ यही नहीं, वारदात के बाद हत्यारों ने घर में आग लगाने की कोशिश की। वीभत्स हत्याकांड से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। योगी सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ एसटीएफ (STF) को इस पूरे मामले की जांच सौंप दी है। लखनऊ एसटीएफ प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है। तो वहीं, प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए प्रयागराज के लिए निकल गए हैं।

आपको बता दे खेवराजपुर गांव में राजकुमार यादव (55) पत्नी कुसुम (50), एक बेटा सुनील (35), बहू सविता (30), बेटी मनीषा (25) और दो पोतियां साक्षी (5) और मीनाक्षी (2) के साथ रहते थे। शनिवार तड़के करीब 4 बजे राजकुमार के घर से धुआं उठ रहा था। धुआं देख ग्रामीणों को शक हुआ कि घर में आग लग गई। वह वहां पहुंचे तो देखकर सन्न रह गए। 5 फीट की बाउंड्री के अंदर और घर के बाहर तीन चारपाई में पांच लोगों के खून से सने हुए शव पड़े हुए थे। लेकिन 5 साल की बच्ची साक्षी का बच जाना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। साक्षी बहुत घबड़ायी हुई थी। उसने बताया कि वह जब लोगों को मार रहे थे तभी वह धीरे से खटिये के नीचे छिप गई थी। उसने बताया कि कई लोग थे जो किसी चीज से दादा-दादी को मार रहे थे। घर में 5 लाशें देखकर ग्रामीण सन्न रह गए।

ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत फॉरेंसिक व डॉग स्कवॉयड को मौके पर बुलाया। डॉग स्कवॉयड गांव की तरफ 300 मीटर तक गए। ऐसे में पुलिस को शक है कि हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद गांव की तरफ से ही भागे हैं। राजकुमार का बेटा सुनील वारदात के वक्त घर पर नहीं था। सुनील की प्रयागराज में प्रयाग स्टेशन घर से करीब 35 किमी. दूर पान की दुकान है। ऐसे में वह वहीं किराए का कमरा लेकर रहता है। दो-तीन दिन में एक बार ही घर जाता है। पुलिस ने वारदात की सूचना बेटे को दी।

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